सागर दमोह मार्ग पर ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से प्रसिद्धि स्थान आपचंद गुफा का मार्ग सूचक बोर्ड सालों से टूटा पड़ा

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Ajeet Kumar

पर्यटन विभाग की लापरवाही से पर्यटक होते हैं परेशान, जिम्मेदारों ने नहीं की कोई ख़बर

गढ़ाकोटा: केंद्रीय सरकार के साथ साथ मध्यप्रदेश सरकार और जिला सागर प्रशासन लगातार करोड़ों रुपया खर्चा करके पर्यटन विकास के कार्य कर रही है। लागतार प्रयास करके ऐतिहासिक,भौगोलिक,धार्मिक, पुरातात्विक महत्व के स्थानों का विकास,पहुंच मार्ग, मार्ग संकेतक सूचकांक बोर्ड,और पर्यटकों को सुविधा हेतु लगातार योजनाओं के माध्यम से कार्य किए जा रहे है।

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मुख्यालय से महज 10 किलो मीटर की दूरी पर आपचंद्र की गुफा नाम से विख्यात स्थान जो कि अपने आप में एक इतिहास हैं जो कि पृथ्वी तल से 500 फिट गहराई में स्थित हैं प्राकृतिक झरने , प्राकृतिक सुंदरता, एवं बुंदेलखंड में अगर मानव विकास का अध्ययन करना है, तो सागर जिले में स्थित आपचंद की गुफाएं मानव विकास के 10 हजार साल की कहानी कहते हैं।

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आपचंद की गुफाओं में उच्च पुरापाषाण काल से लेकर ऐतिहासिक काल तक के मानव विकास के शैलचित्र पाए जाते हैं। जानकार कहते हैं कि अगर आदिमानव के विकास का अध्ययन करना है, तो बुंदेलखंड में आबचंद की गुफाएं एक तरह से आदिमानव की कर्म स्थली है, क्योंकि यहां पर रहते हुए आदिमानव ने अपने सृजनात्मक गुणों का परिचय दिया,स्थान पर अतिप्राचीन हनुमान जी का मंदिर भी बना हुआ है, आज की स्थिति ने आपचंद सागर जिले सहित अन्य जिले वासियों के लिए प्रथम पसंद बन चुका है, शनिवार रविवार सहित लगभग सभी त्योहारों पर हजारों पर्यटकों का आना जाना रहता हैं प्रसिद्ध स्थान पर जाने के लिए पर्यटन विभाग के द्वारा एक सूचक बोर्ड भी लगवाया था जो कुछ समय पूर्व दुर्घटना के चलते जमीन में नीचे गिर गया जिसे आज दिनांक तक संबंधित विभाग के द्वारा सुध नहीं ली गई और न ही सही कराया गया जिसके चलते आने वाले पर्यटकों के लिए खासी समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि रास्ते से लगभग 2 किलोमीटर रास्ते से अंदर जाना पड़ता जहां सिर्फ जंगल गई, इसी के साथ पास में ही एक गांव का नाम भी आपचंद है जिसके चलते गूगल मैप से भी लोग भटक जाते एवं सही स्थान पर नहीं पहुंच पाते हैं।