Jaipur Fire News: जयपुर के अजमेर रोड पर हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट से पूरा क्षेत्र दहल गया। इस भीषण हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 35 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। 14 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी खोजबीन जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है। केंद्र और राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को सात-सात लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
घटनास्थल पर हालात भयावह (Jaipur Fire News)
घटना के समय 37 वाहन आग की चपेट में आ गए। इनमें बस, ट्रक, ट्रेलर, कार और मोटरसाइकिल शामिल हैं। उदयपुर की एक बस भी इस हादसे की शिकार हुई। बस संचालक ने बताया कि 22 यात्रियों से संपर्क हो चुका है, लेकिन 10 यात्रियों के मोबाइल नंबर बंद आ रहे हैं।
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सीसीटीवी फुटेज ने खोला हादसे का राज
सीसीटीवी फुटेज में हादसे की भयावहता देखी जा सकती है। फुटेज में एक ट्रक को टर्न लेते हुए दिखाया गया है। इसके बाद धुएं का गुबार उठता है और आग फैल जाती है। चश्मदीदों के अनुसार, हाईवे पर मौजूद गलत कट इस हादसे का कारण बना।
प्रशासन ने की कार्रवाई
घटनास्थल पर पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने मोर्चा संभाल रखा है। करीब 42 घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर जानकारी देने की अपील की है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री भजनलाल ने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की मदद की घोषणा की।
गृह मंत्री अमित शाह का संदेश
गृहमंत्री अमित शाह ने घटना को अत्यंत दुखद बताया और स्थानीय प्रशासन को हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सरकार घायलों के उपचार के लिए प्रतिबद्ध है।
डोटासरा पहुंचे अस्पताल
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। उन्होंने बताया कि स्लीपर बस में सो रहे यात्रियों को जागने का मौका तक नहीं मिला।
अस्पताल ने जारी की घायलों की सूची
एसएमएस अस्पताल ने भर्ती घायलों की सूची जारी की। इनमें 33 वर्षीय गोविंद नारायण, 30 वर्षीय संदीप, 32 वर्षीय बनवारी लाल और 68 वर्षीय निर्मला समेत कई लोग शामिल हैं।
हेल्पलाइन नंबर जारी
हादसे के संबंध में जानकारी के लिए एसएमएस अस्पताल ने हेल्पलाइन नंबर 0141-2518208 और 0141-2518408 जारी किए हैं।
जांच और सुधार की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे हाईवे पर सुरक्षा मानकों की कमी का परिणाम बताया। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
हादसे के बाद सवाल खड़े
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि लापरवाही का नतीजा है। हाईवे पर गलत कट और सुरक्षा मानकों की कमी जैसे मुद्दे प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े करते हैं। दुर्घटना से सबक लेकर सुरक्षा उपायों को सुधारना अनिवार्य हो गया है।
अग्निकांड के बाद राहत कार्य जारी
एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन का कहना है कि राहत कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। यह हादसा न केवल जयपुर बल्कि पूरे राजस्थान के लिए गहरी पीड़ा का कारण बना है। सरकार और प्रशासन से अपेक्षा है कि मृतकों के परिवारों और घायलों को शीघ्र राहत दी जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।